वो तेरा यूं मुस्कुराना
वो तेरा यूं मुस्कुराना
तेरी उन बातों का तो जवाब नहीं
जिनके लहज़े में वो समां बँधा था।
वो तेरा आँखों से ही बहुत कुछ कह जाना,
वो तेरा हवाओं जैसे इतराना,
अगर ये दुनिया थम जाती
तो मैं उन लम्हो को कैद कर लेता
पर क्या करे
तेरी उन अदाओं का
आज भी मेरे सामने वही तस्वीर है
और
वो तेरा मुस्कुराना।
Comments
Post a Comment